हमें आज जो कुछ भी सर्च करना होता है, गूगल पर जाकर तुरंत सर्च कर लेते हैं, बल्कि आजकल तो गूगल वाइस असिस्टेंट के जरिए बोलकर भी आपकी जिज्ञासा का समाधान दे देता है. यही कारण है कि गूगल को इंटरनेट की दुनिया का सबसे बड़ा हथियार' भी कहा जाता है. स्थान, मौसम, देश-दुनिया तथा स्थानीय स्तर की तमाम खबरों सहित गूगल हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी जानकारियों का खजाना समेटे रहता है. आकाश से लेकर पाताल तक और सुई से लेकर हवाई जहाज तक के बारे में सर्च इंजन गूगल तमाम जानकारियों का पिटारा एक क्लिक में ही खोलकर सामने रख देता है.
पिछले कुछ वर्षों में गूगल ने अपना दायरा बहुत बढ़ा दिया है. इस बात का अनुमान इसी से सहजता से लगाया जा सकता है कि गूगल पर अब किसी भी प्रश्न का उत्तर दो-चार नहीं बल्कि 150 से भी अधिक भाषाओं में तलाशा जा सकता है. या नहीं, गूगल दुनियाभर के 190 से भी अधिक देशों को अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहा है. आज के आधुनिक और तकनीकी युग में 'स्मार्ट' बनती दुनिया में गूगल के बिना लोगों के बेहतर जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती. शायद ही कोई ऐसी जानकारी हो, जो गूगल के पास उपलब्ध न हो. गूगल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह स्वयं को अपडेट रखने के लिए प्रतिदिन कुछ न कुछ नया करता रहता है और पिछले कुछ वर्षों में ऐसी अनेक नई और अनोखी तकनीकें लेकर आया है, जो दुनिया को लगातार हाईटेक बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये गूगल हमारी मम्मी पसंद-नापसंद तक की लेकिन बाद इसका नाम बदलकर 'गूगल' कर दिया गया. यहीं से गूगल की शुरुआत हुई. लैरी पेज व सर्गेई ब्रिन का 'गूगल' को अस्तित्व में लाने का उद्देश्य दुनिया भर की उपयोगी जानकारियां लोगों तक पहुंचाना था. 15 सितम्बर 1997 के दिन का गूगल के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि इसी दिन लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने गूगल के लिए विशेष डॉट कॉम अर्थात 'गूगल,डॉटकॉम' का डोमेन रजिस्टर कराया था और दोनों ने मिलकर 4 सितम्बर 1998 को गूगल को एक कम्पनी के रूप में रजिस्टर कराया, जिसके बाद ही पूरी दुनिया में अपनी दोस्त सुसान वोजसिकी के गैराज में की इंटरनेट की दुनिया में एक नई क्रांति आई. लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने गूगल कंपनी की शुरुआत थी, जो उस समय गूगल की पहली कर्मचारी थीं.
1998 हुई थी गूगल सर्च इंजन की शुरुआत
1998 में जब गूगल की शुरुआत की गई थी, तब पूरे वर्ल्ड वाइड वेब पर करीब ढाई करोड़ पेज मौजूद थे, उस समय गूगल का एल्गोरिदम शानदार था. तब कुछ भी सर्च करने पर इन ढाई करोड़ पेजों से जानकारी मिल जाती थी, लेकिन आज गूगल के पास हर प्रकार की जानकारियों का अरबों पेजों का अथाह भंडार है, जिसमें से आप अपने मतलब की कोई भी जानकारी चुटकियों में हासिल कर सकते हैं. गूगल आज दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है. हालांकि कहा जाता है कि शुरुआती दिनों में मुनाफा न हो पाने के चलते गूगल के संस्थापकों ने 1999 में इस कंपनी को बेचने के लिए एक्साइट कम्पनी के सीईओ जॉर्ज बेल से मुलाकात कर इसे एक मिलियन डॉलर में बेचने की पेशकश की थी, किन्तु जॉर्ज बेल ने यह ऑफर ठुकरा दिया था. किस्मत का खेल देखिये कि गूगल के दोनों मालिक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन जिस 'गूगल' को बेच देना चाहते थे, उसी गूगल की बदौलत आज वे दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में शुमार हैं। दुनिया के किसी भी प्रसिद्ध व्यक्ति के जन्मदिन या पुण्यतिथि के बारे में जानकारी चाहिए या विश्वभर में मनाए जाने वाले विभिन्न दिवसों की तारीख पता करनी हो तो गूगल के जरिये ये तमाम जानकारियां हमें तुरंत प्राप्त हो जाती हैं किन्तु गूगल के संबंध में सबसे आश्चर्यजनक और चौंका देने वाला तथ्य यही है कि भले ही अब गूगल का जन्मदिन प्रतिवर्ष 27 सितम्बर को मनाया जाता है और गूगल अब अधिकारिक रूप से 22 वर्ष का हो गया है लेकिन गूगल स्वयं अपने जन्मदिन और इसकी तारीख को लेकर भ्रमित है. दरअसल इसका जन्मदिन तो सितम्बर माह में ही माना जाता रहा है किन्तु इसकी तारीख और वर्ष अलग-अलग सामने आते रहे हैं. फिलहाल गूगल द्वारा अपना 22वां जन्मदिन मनाया जा रहा है, लेकिन अगर देखा जाए तो रिसर्च परियोजना के तहत यह जनवरी 1996 में ही अस्तित्व में आ गया था, उस लिहाज से इसकी उम्र 24 वर्ष से भी अधिक मानी जा सकती है.
अगर इसे डोमेन रजिस्ट्रेशन के आधार पर देखा जाए, तो चूंकि इसका डोमेन 15 सितम्बर 1997 को रजिस्टर कराया गया था, उस आधार पर इसकी आयु 23 वर्ष हो जाती है और अगर एक कम्पनी के रूप में गूगल की स्थापना की बात की जाए तो इसकी स्थापना चूंकि 4 सितम्बर 1998 को हुई थी, अत: यह इस वर्ष 4 सितम्बर को ही 22 वर्ष का हो गया. अगर बात करें गूगल द्वारा 4 सितम्बर के बजाय 27 सितम्बर को ही अपना जन्मदिन मनाए जाने का निर्णय लेने की, तो 27 सितम्बर 2002 को सबसे पहले गूगल के बर्थ-डे डूडल का इस्तेमाल किया गया था और वर्ष 2004 गूगल जब अपना छठा जन्मदिन मना रहा था, तब उसका बर्थ-डे डूडल दुनियाभर में 7 सितम्बर को ऑनलाइन किया गया था. वर्ष 2006 से गूगल ने 27 सितम्बर को अपना जन्मदिन मनाना शुरू किया, जबकि उससे पहले उसने 26 सितम्बर को अपना जन्मदिन मनाया था, अपने जन्मदिन की अलग-अलग तारीखों में कंफ्यूजन के चलते ही गूगल ने अपने जन्मदिन की तारीख 27 सितम्बर ही निर्धारित कर दी और इसका कारण यही माना जाता है कि इसी दिन वर्ष 2002 में गूगल ने पहली बार अपने बर्थ-डे डूडल का इस्तेमाल किया था.
गूगल ने 22 बस पूरे होने पर पर डूडल बनाया
बीते 22 वर्षों में गूगल में बहुत सारे बदलाव आए हैं, लेकिन इस दौरान एक चीज जो नहीं बदली, वह है गूगल का 'डूडल'. गूगल ने हर विशेष अवसर पर डूडल बनाकर न सिर्फलोगों का मनोरंजन किया बल्कि उनसे संबंधित अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां भी दुनिया के साथ साझा की. गूगल अब तक न जाने कितने ही डूडल बना चुका है और उनमें से कुछ ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने लोगों के दिलों पर राज किया है.
(लेखक- योगेश कुमार गोयल)
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