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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज जल जीवन मिशन अन्तर्गत 107 ग्रामीण नलजल योजनाओं का शिलान्यास किया। |
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत की आत्मा गांव में बसती है। प्रदेश के संसाधनों पर पहला हक प्रदेश की गांव की जनता का है पहले प्रदेश में सड़क नहीं थी बिजली नहीं थी लेकिन आज गांव गांव को सडकों से जोड़ने का काम तेजी से किया जा रहा है। अब खेतों को भी सड़कों से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री खेत सड़क योजना की शुरुआत जल्द ही प्रदेश में होगी। गांव के नौजवान अपने गांव में ही रोजगार करेंगे। उन्हें पलायन नहीं करना होगा।
इन जिलों में मिली सौगात
प्रदेश के 18 जिलों के लिए 117.983 करोड़ रुपये की लागत की 107 ग्रामीण पेयजल योजनाओं में बैतूल जिले की 12, सीहोर जिले की 13, विदिशा जिले की 2, झाबुआ जिले की एक, खरगोन जिले की 8, बड़वानी जिले की 5, उज्जैन जिले की 6, शाजापुर जिले की 2, श्योपुर जिले की 2, दमोह जिले की 4, पन्ना जिले की एक, टीकमगढ़ जिले की 3, नरसिंहपुर जिले की 6, मंडला जिले की 2, सतना जिले की 4, छिंदवाड़ा जिले की 12, बालाघाट जिले की 17 तथा सिवनी जिले की 7 पेयजल योजनाएँ शामिल हैं। ये सभी पेयजल योजनाएँ चुनाव अप्रभावित जिलों की हैं।
जिन जिलों में उप चुनाव हैं वहाँ के कार्य शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल नहीं थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान वीडियो कांफ्रेंसिंग से ही सीहोर, बालाघाट, नरसिंहपुर, झाबुआ, उज्जैन आदि जिलों के ग्रामीणों, जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों तथा जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की।
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