यंगस्टर्स बन जाते हैं आसान शिकार
सोनाक्षी कहती है, 'लॉकडाउन के वक्त हमने ऑनलाइन हैरेसमेट के मामलों में तेजी आती देखी थी. लोग खाली थे, फ्रस्ट्रेटेड थे, जो ऑनलाइन हेट के तौर पर बाहर आ रहा था. हैरेसमेंट की शुरआत गालियों से होती है, फिर वह पीछा करने तक जाती है और बाद में धमकियां आती है. इस कैम्पेन का मकसद लोगों को ऐसी सिचुएशन में उनके सामने मौजूद लीगल ऑयास के बारे में बताना है. अवेयरनेस फैलना बहुत जरूरी है क्योंकि स्कूल के बच्चे और यंग लोग इसका शिकार हो रहे हैं.
बंद हो जाए यह खेल
अगस्त में मुंबई साइबर क्राइम सेल ने औरगाबाद से एक शख्स को पकड़ा था जो सोनाक्षी को ऑनलाइन हैरेस कर रहा था. एक तरफ जहां यह एक्ट्रेस इस मुसीबत को लेकर उठाए जा रहे कदमों से खुश है, वहीं वह चाहती है कि इसपर सख्त एक्शन लिया जाए ताकि ये सब पूरी तरह से बंद हो सके. उनका कहना है, पुलिस ने हैरेसमेंट करने वाले लोगों के आईपी एड्रेस को ट्रैक करना शुरू कर दिया है. लोग फेक अकाउंट के पीछे छिप सकते हैं पर उनका आईपी एड्रेस ट्रैक किया जा सकता है. मैं चाहती हूं कि उन लोगों को पता चले कि उन्हें इसका नतीजा भुगतना होगा. हमने एक्शन लेने के प्रोसेस को आसान किया है, लोग शिकायत लेकर समाने आ रहे है.
पूरे देश में पहुंचे कैम्पेन
उनैका अगला कदम अब अपने कैम्पेन को नेशनल लेवल पर ले जाना है. सोनाक्षी ने बताया, हम अलग-अलग अर्थोरिटीज़ से वात कर रहे हैं ताकि इसे नेशनल लेवल पर लागू किया जा सके. एक तरफ जहा वह सोशल मीडिया को संफ एंड हैप्पी स्पेस' बनाना चहती है, व्ही दूसरी तरफ उनका टिवटर पर वापसी का कोई इरादा नही है. इस एक्ट्रेस का कहना है, मैने अपना अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया है और इसी के साथ मेरी जिंदगी से कारफी निरगेटिविटी भी निकल गई है. मन की शाति बहुत जरूरी है. मैं टिवटर पर वापस जाने को बेताय नहीं हु
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